Barff
Y**I
बहुत दिनों बाद एक शानदार नाटक पढा
"बर्फ" कश्मीर के एक सुनसान गाँव की एक सर्द रात की कहानी है। जो हम सैलानी देखते हैं कश्मीर की उससे एक अलग ही तस्वीर नजर आती है। जिंदगी की कठिनाइयों के साथ अकेलापन किस तरह गाँव मे बचे इकलौते परिवार को प्रभावित करता है, उसका चिट्ठा है बर्फ। कुल जमा तीन पात्रों का नाटक और हर अंक के साथ पात्रों के अंतर्सम्बन्ध पाठकों को खूब प्रभावित करते हैं। इसके साथ पाठकों के मन मे पात्रों के प्रति सहानुभूति उमड़ने लगती है। अंत तक आते आते गुलाम रसूल और नफीसा का दर्द पाठकों को छू जाता है किंतु डॉक्टर कॉल की तरह वे नही समझ पाते कि उनका दर्द कैसे कम करें। अंत एक खालीपन छोड़ जाता है जो बिल्कुल बर्फ की तरह है.... सर्द।अंत मे थोड़ी और बेहतरी की गुंजाइश थी। मुझे ऐसा लगा कि जल्द खत्म करने की चाह में नाटक के अंत को ठीक से तराशा नही गया। फिर भी, एक बेहतरीन नाटक।
M**A
अकल्पनीय। अद्भुत।
शब्द कम हैं , ऐसा कहना उचित ना होगा। लेकिन ये सच है कि इसके बारे में लिखते हुए एक किताब और लिखी का सकती है। क्या किरदारों को गड़ा है। मान गए गुरु।
R**A
Based on ground level,very nice.
Must buy.
R**D
What can I say...
Wonderful Book
D**H
One Star Book
Fully bakwas
आ**ष
आज कल के अच्छे नाटको में से एक।
I have read the kindle edition. पढ़ने के लिए एक सरल और रोचक नाटक है। कहीं भी खिंचा हुआ नहीं। नाटक में 3 पात्र हैं। नाटक छोटे-छोटे भागो में बटा हुआ है और हर भाग में कुछ न कुछ नया है। समय समय पर suspense बनता है और comic moments आते है।
Trustpilot
1 month ago
3 weeks ago